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Showing posts from July, 2023

मुहावरे एवं लोकोक्तियाँ (Idioms and Proverbs)

 1. अक़्लमंद को इशारा काफी - A word to the wise     Example:- I can't explain to you, a word to the wise.  2. अंधेरे में छलांग लगाना - To leap in the dark  Explain:- Signing a contract without reading the terms and conditions is like leaping in the dark.   3. अन्धो में काना राजा - A figure among ciphers. Example:- He is very weak in studies yet he stood first in the class. A figure among ciphers.    4. अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ता - One swallow does not make a summer. Example:- Operating the company is a difficult task. One swallow does not make a summer.   5. अपनी गली में कुत्ता भी शेर होता है - A dog is a lion in his own den. Example:- He cannot dare to challenge you in here because he has no courage. But, he will definitely challenge in his own place, this is what is called 'a dog is lion in his own den'.    6. अपने दही को कौन खट्टा कहता है - Every porter praises his own pot. Example - It is public that will point out negative points of the scheme. Every porter praises his ow

कबीर के दोहे - पद-1 एवं पद-2 || कक्षा - 11 || दोहा का भावार्थ

पद 1 हम तौ एक एक करी जांनां । दोई कहैं तिनहीं कौं दोजग जिन नाहिन पाहिचांनां ॥   अर्थ:- हम तो उस एक (ईश्वर) को एक ही जानते हैं।  जो उस एक (ईश्वर) को नहीं पहचानते हैं या उसे दो मानते हैं उसे नरक मिलता है।   भावार्थ:- कबीरदास जी कहते हैं कि वे सिर्फ एक ही ईश्वर को जानते हैं । वे लोगों की इस धारणा को खारिज करते हैं कि इस संसार में अनेक ईश्वर हैं। वे कहते हैं कि जो लोग यह समझते हैं कि एक से अधिक ईश्वर हैं वे नरक में जाएंगे क्योंकि उन्हे ज्ञात ही नहीं है कि पूरे संसार में एक ही ईश्वर हैं, यद्यपि   उनके अनेक रूप हैं।     एकै पावन एक ही पानीं एकै जोति समांनां । एकै खाक गढ़े सब भांड़ै एकै कोंहरा सांनां ॥  अर्थ :- एक ही पवन, एक ही पानी और एक ही ज्योति है जो पूरे विश्व में व्याप्त है, ठीक वैसे की पूरे ब्रह्मांड में एक ही ईश्वर है। कुम्हार भी एक ही मिट्टी को सानकर या मिलकर विभिन्न तरह के बर्तन बनाता है, ठीक उसी तरह हम सभी एक ही मिट्टी के बने हैं।    भावार्थ:- कबीर दास जी कहते हैं कि जिस तरह पूरे विश्व में एक ही हवा है, एक ही जल है और सूर्य का प्रकाश भी एक ही है भले उनके अनेक रूप हो सकते हैं।